दुखद खबर
कश्मीर के पुलमावा में हाइवे पर सेना की काफिले पर ied से ब्लास्ट कर बस को उड़ाया गया
ये हमला उरी से भी बड़ा बताया जा रहा है. क्योंकि इसमें शहीद होने वाले सैनिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यह आतंकी हमला पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में हुआ.
जम्मू से श्रीनगर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले पर ये हमला गुरुवार दोपहर को किया गया. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस हमले में सीआरपीएफ के 18 जवानों शहीद होने की खबर है. आतंकियों ने इलाके में जवानों पर पहले गोलीबारी की और फिर उन पर कार के जरिये आईईडी ब्लास्ट किया. उरी के बाद ये सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है. यह आतंकी हमला पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में हुआ.
सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों को निशाना बना कर किये गये आईईडी विस्फोट की जैश-ए-मोहम्मद ने जिम्मेदारी ली है. सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि ये एक आत्मघाती हमला है. इस आत्मघाती हमले को जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया. हमले में 45 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं.
हमला तब हुआ जब सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से कश्मीर जा रहा था. काफिले में 70 वाहन थे. इसमें से एक बस को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है. सेना का कहना है कि सेना ने जिस तरह से आतंकियों के ख्ािलाफ ऑपरेशन चलाया है, उसमें उनकी बौखलाहट बढ़ गई है. इसी कारण उन्होंने आईएसआईएस की तर्ज पर ये हमला किया है.
पुलिस के अनुसार, पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग सीआरपीएफ के काफिले में 2500 जवान शामिल थे. इसमें एक बस में 20 से ज्यादा जवान मौजूद थे. आतंकियों ने काफिले पर आईईडी विस्फोट करते हुए सीआरपीएफ के वाहन पर गोलियां बरसाईं. सुरक्षाबलों का यह काफिला श्रीनगर-जम्मू हाईवे से होकर जा रहा था. यह एक मात्र हाइवे है, जो कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है. भारी बर्फबारी के कारण 7 दिनों के बाद 13 फरवरी को इस राजमार्ग पर यातायात फिर से शुरू किया गया था.
धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिले के अवंतिपुरा इलाके में श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर यह आईईडी विस्फोट हुआ. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.
सीआरपीएफ के सूत्रों का कहना है कि सड़क पर एक चार पहिया वाहन में IED लगाया गया था. कार हाईवे पर खड़ी थी. जैसे ही सुरक्षाबलों का काफिला कार के पास से गुजरा, उसमें ब्लास्ट हो गया. इस दौरान काफिले पर फायरिंग की भी खबर है. इस हमले में 18सीआरपीएफ जवानों की मौत गई, सबसे अधिक संभावना है कि यह एक रिमोट कंट्रोल्ड व्हीकल आईईडी था.
🙏 अश्रुपूरित श्रद्धांजलि। भगवान इन शहीद जवानों की आत्मा को शांति प्रदान करे और सभी परिजनों को इस भीषण दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करे।
भगवान से प्रार्थना है कि इनकी शहादत बेकार न जाए और जल्दी ही हमारी सेना एक शहीद जवान के बदले दस आतकंवादियो को जहन्नुम भेजे।
भगवान से यह भी प्रार्थना है कि देश के राजनैतिक दलों और उनके नेताओं व समर्थकों को सद्बुद्धि प्रदान करे जिससे कि वे इन वीरों की शहादत पर राजनीति न करके इनकी शहादत का बदला लेने में सरकार और सेना को पूर्ण समर्थन व सहयोग प्रदान करे।
🙏 शहीदों को शत् शत् नमन
जयहिंद। वंदे मातरम
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