✨ *┣━┫α ρ ρ у*
*ℳỖŘŇĮŇĞ* ✨
*सड़क कितनी भी साफ हो*
*"धूल" तो हो ही जाती है,*
*इंसान कितना भी अच्छा हो*
*"भूल" तो हो ही जाती*
*"मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को*
*'अहमियत'* देता हूँ...
क्योंकि
जो *'अच्छे'* होंगे वो *'साथ'* देंगे
और
जो *'बुरे'* होंगे वो *'सबक'* देंगे...!!
जिंदगी जीने के लिए
*सबक* और *साथ*
दोनों जरुरी होता है।
*🌴🌲💫शुभ प्रभात💫🌲🌴*
*ℳỖŘŇĮŇĞ* ✨
*सड़क कितनी भी साफ हो*
*"धूल" तो हो ही जाती है,*
*इंसान कितना भी अच्छा हो*
*"भूल" तो हो ही जाती*
*"मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को*
*'अहमियत'* देता हूँ...
क्योंकि
जो *'अच्छे'* होंगे वो *'साथ'* देंगे
और
जो *'बुरे'* होंगे वो *'सबक'* देंगे...!!
जिंदगी जीने के लिए
*सबक* और *साथ*
दोनों जरुरी होता है।
*🌴🌲💫शुभ प्रभात💫🌲🌴*
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